खाने-पीने का सामान जनवरी के मुकाबले फरवरी में सस्ता हुआ
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक खाने-पीने का सामान जनवरी के मुकाबले फरवरी में सस्ता हुआ है, जिसके कारण थोक महंगाई दर में यह कमी आई है। आंकड़ों के मुताबिक महंगाई दर फरवरी में घटकर 2.26% रह गई है और इससे पहले जनवरी में वीपीआई इन्फ्लेशन 3.1% पर था। फरवरी का आंकड़ा अनुमान से बेहतर माना जा रहा है। पिछले सप्ताह …
आप ये करेंगे तो बच्चे मन लगाकर अध्ययन करेंगे
बच्चे का सबसे पहला विद्यालय उसका घर और सबसे पहले गुरु उसके माता-पिता होते हैं। शिशु शुरुआती अवस्था में अपने माता-पिता से ही सारी क्रियाएं सीखता है और अपना ज्ञान अर्जित करता है। माता-पिता न सिर्फ बच्चों को अच्छी शिक्षा देते हैं बल्कि सही-गलत की पहचान कराते हुए बच्चों का स्वर्णिम भविष्य बनाने का भी क…
अपने बच्चों को समझने का प्रयास करें
मातपिता कैसे अपने बच्चों से अच्छा संवाद स्थापित कर सकते हैं? आर्ट ऑफ लिविंग एक छोटी कार्यशाला इसी प्रश्न का संपूर्ण समाधान है, जो बच्चों पर, उनके व्यवहार पर और उनको प्रभावित करने वाले मुद्दों पर प्रकाश डालती है। बच्चो को समझने और  उनको उत्तर देने का तरीका, बच्चों का पालन दृढ़ता से, निष्पक्षता से, औ…
अनाभिव्यक्त को सहज रूप से अभिव्यक्त कीजिये
किसी भी बीज को ज़मीन की सतह पर छितरा कर फैला देने से या बहुत गहराई में दबा देने से वह बीज अंकुरित नहीं होता I उसे मिटटी में थोड़ा सा नीचे बोया जाता है तभी वह अंकुरित होता है और बढ़ कर एक पौधे का रूप लेता है। उसी प्रकार प्रेम की अभिव्यक्ति को भी मर्यादित करने की आवश्यकता हैI ध्यान-समाधि इस अभिव्यक्ति …
अपनी भावनात्मक महत्त्वाकांक्षाओं को त्यागिये, प्रेम को नहीं
जब हमें भावनाओं के तूफान का सामना करना पड़ता है, तब हम ऐसे शब्दों का प्रयोग कर देते हैं अथवा ऐसा कार्य कर देते हैं, जिन से हमें बाद में खेद होता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि हमें न तो स्कूल में और न ही घर पर क्रोध, दुःख या किसी भी नकारात्मक भावना को संभालने की सीख दी जाती है। आर्ट ऑफ़ लिविंग के “ह…
सुदर्शन क्रिया
सुदर्शन क्रिया एक रहस्य है ! "जन्म लेते ही हम जो पहला काम करते है वो है श्वास लेना । श्वास में जीवन के अनजाने रहस्य छिपे है। सुदर्शन क्रिया एक सहज लयबद्ध शक्तिशाली तकनीक है जो विशिष्ट प्राकृतिक श्वांस की लयों के प्रयोग से शरीर, मन और भावनाओं को एक ताल में लाती है। यह तकनीक तनाव, थकान और क्रोध,…