किसी भी बीज को ज़मीन की सतह पर छितरा कर फैला देने से या बहुत गहराई में दबा देने से वह बीज अंकुरित नहीं होता I उसे मिटटी में थोड़ा सा नीचे बोया जाता है तभी वह अंकुरित होता है और बढ़ कर एक पौधे का रूप लेता है। उसी प्रकार प्रेम की अभिव्यक्ति को भी मर्यादित करने की आवश्यकता हैI ध्यान-समाधि इस अभिव्यक्ति को सहज बनाती है।
द आर्ट ऑफ़ लिविंग के ‘हैप्पीनेस प्रोग्राम’ में सिखाई जाने वाली तकनीक आपको तनावमुक्त व सहज बने रह कर जीवन जीने की कला सिखाती है, जिससे आप अपने परिवार जनों के प्रति अधिक सजग एवं संवेदनशील होते हैं, आसानी से स्वयं को अभिव्यक्त कर सकते हैं तथा दूसरे व्यक्ति भी, जो आप उन्हें कहना चाहते हैं, उस बात को ठीक प्रकार से समझ सकते हैं।
घर में शांति, प्रेम और प्रसन्नता की लहरों के आगमन के लिए अपने कदम उठाएं।
एक प्रसन्न मन आपको शांत रहने, बेहतर निर्णय लेने और जीवन की समग्र गुणवत्ता बनाये रखने में सहायता करता है। खुशी का हर एक पल आपके जीवन में कैसे पुनः सुधार ला सकता है, यह जानने के लिए कृपया नीचे दिए गए फॉर्म को भरें।